फैक्ट चेक: आगामी लोकसभा चुनाव में ईवीएम नहीं बैलेट पेपर के जरिए होगा मतदान? जानिए वायरल पोस्ट की सच्चाई
- लोकसभा में मतदान को लेकर एक पोस्ट वायरल
- बैलेट पेपर से मतदान करवाने का दावा
- जानिए वायरल पोस्ट की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही दिन शेष है। इस वजह से तमाम राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी है। चुनाव खत्म हो जाने के बाद नतीजे आने पर हारने वाली राजनीतिक पार्टियां अक्सर ईवीएम पर सवाल उठाती है। हालांकि, इस बार कई विपक्षी पार्टियों ने चुनाव से पहले ही ईवीएम पर रोक लगाने की मांग कर रही है। इससे जुड़ा एक न्यूज पेपर कटिंग इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। न्यूज पेपर कटिंग शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि चुनाव आयोग ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नई गाइडलाइन जारी की है। दावा किया जा रहा है कि नई गाइडलाइन के मुताबिक, इस बार ईवीएम की जगह बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग होगी।
दावा - ‘आपका अपना शिवम् बामनियां’ नाम के फेसबुक पेज ने 25 मार्च को वायरल पोस्ट अपने अकाउंट से शेयर किया। वायरल न्यूज पेपर कटिंग शेयर करते हुए पेज ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “लोकसभा चुनाव के लिए भारत सरकार निर्वाचन आयोग द्वारा की #नई गाइडलाइन जारी #आयोग के नए निर्देश: ईवीएम नहीं बैलेट पेपर से होगा मतदान।” दूसरे यूजर्स भी समान न्यूज पेपर कटिंग को समान या मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल - वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। संबंधित कीवर्ड से गूगल ओपन सर्च करने पर हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद हमने चुनाव आयोग के सोशल मीडिया हैंडल्स को स्कैन किया। यहां भी बैलेट पेपर के जरिए मतदान करवाने से संबंधित कोई पोस्ट नहीं मिला। पड़ताल के दौरान हम सुप्रीम कोर्ट में इससे संबंधित याचिका से जुड़ी जानकारी मिली। इस याचिका में ईवीएम के बजाए बैलेट पेपर से मतदान करवाने की मांग की गई थी। 15 मार्च को उच्चतम न्यायालय ने बैलेट पेपर के जरिए चुनाव करवाने की याचिका को खारिज कर दिया था।
इसके बाद हमने न्यूजपेपर कटिंग में दिख रहे इवनिंग टाइम्स के संपादक नथमल शर्मा से संपर्क किया। वायरल पेपर कटिंग के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि होली के मौके पर एक विशेष अंक में इस कंटेंट को मजाकिया तौर पर छापा गया था। इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है।
जांच में पता चला कि वायरल न्यूज पेपर कटिंग में छापा गया कंटेंट होली के मौके पर किया गया एक मजाक था। इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। पेपर कटिंग को बिना संदर्भ के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुआ।